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अगस्त, 2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

समाज को संगठित कर कैसे एक नियम में बांधे ?

समाज को एकता के सूत्र में पुराने के लिये एक सशक्त नियम कार्यप्रणाली की आवश्यकता है।         _जिस तरह खेत मे *बीज लगाते* ही बरसात हो जाये तो वह *जीवनदाई पानी भकच्छ बन* बीज को पौधा बनने से पहले ही उसे बहा ले जाता है।_ ठीक उसी तरह यह तत्कल चुनाव  के कुछ दुष्परिणाम हो सकते हैं।    _यह ना हो उसके लिये गलतीं कर सिखने से अच्छा है । जो हमारे सामने हमारे देश का उदाहरण है उससे सिख लेकर उसे अपने समाज का संविधान बनाने में इस्तेमाल करे।_  _ऐसे तो हम सभी ने अपने देश का इतिहास पढ़ा है और मुझे नही लगता कि वह किसी को बताने की आवश्यकता नही है_। केंद्रीय समिति को लेकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी== पढ़ने के लिए ये लिंक ओपन करे ======================== *देश की इतिहास पर आते है और उस घटना क्रम को अपने समाज से जोड़कर समझने का प्रयास करते है।* ⚜ 1) हमारा देश: _*स्वतंत्रता दिवस 15 aug1947* के पहले देश के करोड़ों लोगो आजादी की जंग के हिस्सा लिये कहि दलों ने  इसमे हिस्सा लिया , कुछ पार्टी से जुड़े हुवे कुछ नही जुड़े हुवे थे। कोई नरम दल में...

बांस मिशन व बांस आयोग

बाँस आयोग की स्थापना क्यो जरूरी है। समय की माँग को देखते हुवे आज बाँस कि खेती और इसके उद्योग को बड़े पैमानें पर करने की आवश्यकता क्यो है ? राष्ट्रीय बाँस मिशन क्या है ?  बाँस आयोग क्या है ? यह निम्नलिखित बिंदुओ से समझने का प्रयास करेंगे। 🔑 उत्तर प्रदेश आज भी बाँस पर जीविकोपार्जन करने वाली तमाम जातियों की स्तिथि दयनीय है। 🔑 सरकार की तमाम कमेटियों ने 1950 से लेकर अब तक कि भीकू इडाते कमिटी ने यह माना है कि सभी बाँस शिल्पकार  समाज आज भी सरकारी सुविधाओं से वंचित है।          🔑 स्वयं रोजगार को बढ़ाने के लिये। 🔑आज भारत मे 3500 करोड़ का अगरबत्ती व्यवसाय है।बाँस ना मिलने और बाँस की तिलिया बनाने की मशीन महँगी होने के कारण 80% बाँस चीन और वियतनाम से मँगाया जा रहा है। 🔑 आज फर्नीचर के लिये अच्छे क्वालिटी के बॉस ना मिलने के कारन विदेश से मँगाया जा रहा है। 🔑जहाँ चीन आज हर साल 12500 करोड़ डॉलर का बाँस export कर रहा है। 🔑 वही भारत 5000 करोड़ डॉलर का import कर रहा है। 🔑 भारत मे बढ़ते life style से लोगों में handcraft की डिमा...

सूचना

                   सूचना अनुष्मारक 1          _______________                       17 Aug 2018 सभी संगठनों के अध्यक्ष महोदय से निवेदन है कि ०९सितम्बर२०१८को इलाहाबाद में आयोजित मीटिंग में भाग लेने वाले अपने पदाधिकारी एवं सदस्यों की सूची (अधिकतम १०)दि०२५ अगस्त २०१८तक अवश्य प्रकाशित करना सुनिश्चित करें ताकि केन्द्रीय कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया सम्भव हो सके।  धन्यवाद ! ---------------------------------------------------------------                                                          19 Aug 2018 अनुस्मारक(२)                 _____________ समाज के विकास के लिए निम्र लिखित स्वजातीय सन्गठन प्रयासरत हैं. (१)वेनवंशी सेवा भावी ट्रस्ट (२)...

समाज के कार्यप्रणाली का प्रारूप

मीटिंग का प्रारूप समाज के चुनावी प्रक्रिया व कार्यप्रणाली सयुक्त केंद्रीय धरकार समिति प्रारूप मौजूदा परीस्तिथियो को देखते हुवे जो प्रश्न मन मे उठ रहे है ।उसका उत्तर यह उचित लगता है । मानना या ना मानना यह आप निर्णय लीजिये।   प्रश्न   :जब सभी संस्थाए सयुक्त रूप से "केंद्रीय टीम के लिये कार्य तो करना चाहती पर विलय" नही चाहती है। तो एकता कैसे बनेगी ? प्रश्न :अगर हम यह कहते है सयुक्त केंद्रीय धरकार समिति के बाद भी सभी संस्थाए स्वत्रंत है। अपना अध्यक्ष , उपाध्यक्ष, अन्य पद के लिये / विस्तार के लिये। तो  केंद्रीय का क्या मतलब ?  वही होगा हर जिले में 5 संस्थाए और 5 जिलाध्यक्ष ! प्रश्न : कैसे पूरी होगी समाज की मांग । वह माँग जिसे पूरा समाज और सभी संस्थाए चाहती है की एक ऐसी "सशक्त केंद्रीय टीम " बने जो लोकतांत्रिक तरीके से कार्य करे । जिसकी बात हर कोई माने / हर नीति का लाभ हर व्यक्ति  तक पहुँचे ? Important अपनी बात को आसान शब्दो मे आम जन को सरलता से समझ में आ जाए इसलिये प्रचलित नाम का सहारा लेकर बताने का प्रयास किया गया ह। ताकि उस उदाहरण से जल्द सम...