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समाज को संगठित कर कैसे एक नियम में बांधे ?

समाज को एकता के सूत्र में पुराने के लिये एक सशक्त नियम कार्यप्रणाली की आवश्यकता है।

    
   _जिस तरह खेत मे *बीज लगाते* ही बरसात हो जाये तो वह *जीवनदाई पानी भकच्छ बन* बीज को पौधा बनने से पहले ही उसे बहा ले जाता है।_

ठीक उसी तरह यह तत्कल चुनाव  के कुछ दुष्परिणाम हो सकते हैं। 

  _यह ना हो उसके लिये गलतीं कर सिखने से अच्छा है । जो हमारे सामने हमारे देश का उदाहरण है उससे सिख लेकर उसे अपने समाज का संविधान बनाने में इस्तेमाल करे।_

 _ऐसे तो हम सभी ने अपने देश का इतिहास पढ़ा है और मुझे नही लगता कि वह किसी को बताने की आवश्यकता नही है_।
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*देश की इतिहास पर आते है और उस घटना क्रम को अपने समाज से जोड़कर समझने का प्रयास करते है।*

⚜ 1) हमारा देश: _*स्वतंत्रता दिवस 15 aug1947* के पहले देश के करोड़ों लोगो आजादी की जंग के हिस्सा लिये कहि दलों ने  इसमे हिस्सा लिया , कुछ पार्टी से जुड़े हुवे कुछ नही जुड़े हुवे थे। कोई नरम दल में था कोई गरम दल में था किंतु सबकी मंजिल एक थी।_

     🤔 हमारा समाज : 70 सालो से एकत्रित होने के लिये अलग अलग संगठनो ने, समाज सेवियों और चितको में कोई किसी संगठन से जुड़ा हो या ना जुड़ा हो सभी तन, मन, धन से प्रयास कर रहे है।
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⚜ जब घोषणा हो गई जी 15 aug 1947 को भारत को आजाद कर दिया जाएगा। और अखंड भारत को  लोकतंत्रित तरीके से चलाने की बात हुई तो। उस समय की 40 करोड़ आबादी  नही चुनाव से नही *सिर्फ उस समय मे सभी दलो के कुछ नेतृत्व कर्तावो ने मिल कर एक मीटिंग क कैबिनेट का गठन किया गया।*
 जिसके नेता बने पंडित जवाहरलाल नेहरु जी को बनाया गया।

🤔 _हमारा समाज: हम भी 9 sep 2018 इलाहाबाद में सभी संगठनो की मीटिंग करने जा रहे है जो एक कैबिनेट बनाएगी_। *इसी लिये कहा जा रहा है यह सम्मेलन नही मीटिंग है*।

जिस तरह 1947 में 40 करोड़ जनता द्वारा चुनाव कराना संभव नही था उसी तरह 2 लाख समाज के द्वार *बिना किसी ढाँचे* अभी चुनाव करना सम्भव नही है।

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⚜3 ) केबिनेट बन गई नेहरू के नेतृत्व में टीम बन गई संविधान को बनाने की जिम्मेदारी डॉ राजेन्द्र जी कि अध्यक्षता में बाबा साहब अंबेडकर जी मे संविधान तैयार किया जिसे। 
*जो आजादी के 3 साल बाद 26 जनवरी 1950* से लागू हुवा।


🤔 हमारा समाज: हमे भी चर्चा मंतन , समाज का कैबिनेट चलाते हुवे जो समस्या के उपाय से शिक लेकर अपना संविधान कार्यप्रणाली बनानी है।

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⚜ 4) आजादी के 5 साल बाद 1952 को देश का पहला आम चुनाव हवा।
   ★ _तक तक हमारे पास एक सशक्त  संविधान बन कर तैयार हो गया था।_

  ★ वोटर लिस्ट बन गई थी।

🤔 हमारा समाज: हमे भी इसी तरह अभी 
★एक सयुक्त कैबिनेट बना कर,
★ एक निश्चित समय सीमा लेकर
★ एक कार्यप्रणाली( संविधान) बना कर
★  समाज की जनगणना युद्ध स्तर पर पूर्ण कर एक आम चुनाव कराना है।


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अतः आप सभी से हाथ जोड़ कर विनंती है 9 sep को समाज हित मे समाज का एक *संयुक्त केंद्रीय धरकार समिति* ( कैबिनेट) आम सहमति से बनाये। तोड़ा adjust करे। और इतिहास में अपना अपना नाम अमर करे।

जिस तरह स्वतंत्रता दिवस 15 aug 1947 से 1952 एक आम चुनाव तक।  40 करोड़ जनता ने उन कुछ सौ लोगो पर विश्वास जताया । और पक्ष विपक्ष ने भी अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से निभाया।




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