सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

2019 का सफर



   2019 समाज के पटल पर कुछ ऐसे कार्य और घटनाये घटी जिसने समाज के हर व्यक्ति का  ध्यान अपने ओर खींचा। 
इस साल बहुत कुछ हुआ कुछ उम्मीदे बंधी तो कुछ उम्मीदे टूटी, कई वादे टुडे तो कहि नए वादे सामने आए। कुछ घटनाओ ने जख्म दिए तो कहि घटनाओं ने लड़ना सिखाया। कुछ माँगे सरकार के समक्ष रखी गई तो कहि माँगे याद दिलाई गई ।





आइये पिरोते है 2019 के साल के सफर को।


माननिय डॉ लालजी निर्मल, 

 धरकार समाज व दलित समाज पर जब भी कोई विप्पति आई माननीय डॉ लालजी निर्मल जी ने स्वयं हस्तक्षेप करते हुवे मामलों पर ना सिर्फ कार्यवाही करवाही बल्कि समय समय पर दलित समाज की माँग को सरकार के समकक्ष रख उसे पूरा भी करवाया।


1) केंद्रीय धरकार कमिटि : 2019 के आरंभ से ही  समाज की निगाये इस टीम पर टिकी रही । दिल्ली, गोरखपुर, मुम्बई , बनारस, इलाहाबाद, मिर्जापुर व देश के अन्य हिस्सों में 26 जन को समाज की मीटिंग सफलतापूर्वक संपन्न हुई।अध्यक्ष श्री परदेशी प्रसाद वर्मा, ब्रह्मानंद धारिया जी, घनश्याम बेनकर जी, एड. माधुरी वर्माजी व अन्य का समाज को लेकर लखनऊ में श्री डॉ लालजी निर्मल जी के यहाँ  आवागमन चलता रहा ।


2) सरकार के समक्ष प्रमुख माँगे रखी गई ।

 महाराष्ट्र : संयुक्त धरकार महासंघ ने धरकार समाज को महाराष्ट्र में  NT जाती कि लीस्ट में शामिल किया जाए । व भारत सरकार रेन्के कमिटि व दादा इडाते कमिशन द्वारा  सुझाये गये माँग को जल्द लागू करने की माँग रखी गई।





दिल्ली :  बसोर समाज के साथ  मिल कर  सभी बाँसकर जातियों  के साथ धरकार और बसोर जाती को भी दिल्ली  सरकार की लिस्ट में sc में शामिल करने की माँग रखी गई।





उत्तर प्रदेश : आरक्षण में आरक्षण लागू करने, बाँस आयोग बनाने , स्वयं रोजगार हेतु 2 लाख तक का निशुल्क लोन,  समाज के सक्रिय समाज सेवी bjp कार्यकर्ता श्री ब्रह्मानन्द धारिया जी को पद देने की, व विशेष पैकेज की माँग रखी गई।




मुम्बई :कुछ उम्मीदे बनी, कुछ उम्मीदे टूटी मुम्बई में 2 राजावो का विवाद तो खत्म हुआ किन्तु साल के अंत आने तक सेनाये विलुप्त हो गई। विलुप्तता के साथ ही मुम्बई में धरकार (बेनबंशी )फाउंडेशन की नींव रखी गई। जहाँ समाज मे सदा जोश भरने हेतु उमाशंकर बेनबंशीजी नजर आए वही चिकित्सा संबंधित किसी भी मदत में बृजलाल बेनबंशी जी सदा ततपर नजर आये है।



फण्ड की व्यवस्था:   समय समय समाज सेवियो ने जहाँ जरूरत हुइ वहाँ पर आर्थिक मद्त की इन सभी के बीच दिलीप बेनबंशी , दिल्ली lic का 60% कमिसिन समाज के फण्ड में जमा कर देते है। यह कार्य अब तक चल रहा है जिससे अब तक हजारो रुपये की मदत लोगों की कर चुके है और अभी भी कर रहे है।



3) शिक्षा के प्रति जाग्रति : इलाहाबाद ,दिल्ली, मिर्जापुर , जौनपुर में बच्चों को पुस्तक  कंपास बाटे गए।

4 )सामाजिक संघर्ष में युवाओं का जोश नजर आ रहा।

 


    प्रदीप वर्मा जी , एड. माधुरी वर्मा जी  अन्य युवाओ ने दिखा दिया कि जालिम कितना भी बढ़ा क्यो ना हो हम दोषी को सजा दिला कर रहेंगे। सफर कितना भी लंबा क्यो ना पीड़ित के घर पहुंच कर ना सिर्फ हिम्मत दिलाई गई बल्कि न्याय भी दिलाया गया।






     5) अप्रिय घटनाये : इस वर्ष इलाहाबाद क्षेत्र में कही अप्रिय घटनाएं सामने आई जिससे समाज मे आक्रोष पैदा हुआ । धन्य है इलाहाबाद में युवा समाज सेवक जिन्होंने हर घटना पर FIR लिखवाया  व SC ST एक्ट लगवा पर दोषियों को जवाब दिया।

 

   स्वर्णो द्वारा जलती होलिका में फेंका जाना, बिजली के खम्बे से अनहोनी होना, मैच के दौरान मारपीट में युवक के मौत , 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म जैसे दिल दहलाने वाली घटनाये सामने आई जिसमे इलाहाबाद की टीम में दोषियों पर केस चलवाने में बहुत सक्रिय भूमिका निभाई। कुछ मामलों में सरकार के तरफ से मुवावजा मिला है कुछ में केस शुरू है।



समाज के सितारें देश व् प्रदेश स्तर पर सम्मानित 

1- श्री संजय कुमार अधिशासी अभियंता अधिकारी(स्वच्छ भारत का कार्य प्रदेश में अपने जिले  टॉप का देने हेतू !!


2-  श्री डॉ. कौलेश्वर प्रियदर्शी जी लखनऊ में  डॉ.आंबेडकर रत्न से सम्मानित !!
3- शिवकुमार मास्टर बस्ती  उत्तर प्रदेश मुख्य मंत्री द्वारा सम्मानित नाट्य क्षेत्र में  !!
4- वंदना वर्मा विंध्याचल मिर्ज़ापुर राजीव गाँधी रत्न से दिल्ली में सम्मानित !!
5-धीरज वर्मा मिर्ज़ापुर आसाम राज्यपाल द्वारा सम्मानित वादन क्षेत्र में 
6- विजय बहादुर  कोरांव इलाहबाद प्रयाग संगीत समिति द्वारा सम्मानित !!

7-  राज वेणु  प्रतापगढ़ संगीत के क्षेत्र में मंडल स्तर पर सम्मानित !!
8- अमन वर्मा जीडी बिनानी कॉलेज, मिर्जापुर से पुस्तकालय मंत्री चुने गए।
9-प्रतिभा वर्मा जी का उत्तर प्रदेश पुलिस में चयन हुआ।


समाज के कहि होनहार लड़को ने एंट्रेन्स पास कर सरकारी नौकरी या प्राप्त की तो लड़कियों ने भी सबित किया कि ये किसी से कम नही है।

10 ) शैल कुमारी W/O अजय धारिया ने पारिवारिक उत्तर दायित्व को निभाते हुए गोरखपुर_विश्व_विद्याल में #PH.D. इंट्रेंस परीक्षा को अच्छे रैंक से पास किया।


बच्चो ने यह साबित  कर  दिया की दृढ़ संकल्प अपने अंदर हो तो सफलता के उच्च शिखर तक पंहुचा जा सकता हैं !!




इस वर्ष समाज मे कहि प्रतिभा और रत्न सामने आए।

1- श्री काशी प्रसाद बेन पूर्व प्रधान बसवार इलाहाबाद 
2- श्री अरविन्द पूर्व प्रधान हंडिया इलाहाबाद 
3- श्री सुरेंद्र प्रधान रोही भदोही
4- पंचू पूर्व प्रधान सोनभद्र 
5- श्री कमलेश कुमार वर्मा हंडिया इलाहबाद 
6- उद्धव श्याम जी
7- गोलू वर्मा वाराणासी

आदि लोगो ने क्षेत्र में समाज की समाजिक गतिबिधियो में एक नया मोड़ दिया !!

समाज के 2 अनमोल रत्न नही रहे।

वरिष्ठ व सक्रिय समाज सेवी स्वर्गीय सतीराम जी धनबाद, व युवा समाज सेवक समाज स्वर्गीय  संजय वर्मा प्रधान  मड़िहान  मिर्ज़ापुर हम सभी की बीच नहि रहे




समाज में राजनैतिक चेतना  का तेजी से उद्गम हुवा ।

1-श्री ब्रह्मानंद धारिया जी महराज गंज
 


2- घनश्याम बेनकर जी अयोध्या
दोनों महारथी विधान सभा की तैयारी में पुरजोर है पूरा समाज साथ है !!

क्षेत्रीय चुनाव जिलापंचाय ग्राम पंचायत की ओर  युवा वर्ग भी  तेजी से  आगे बढ़ रहा है !!

श्री कमलेश कुमार जी हंडिया इलाहाहाबाद
श्री हरिशंकर  जी लाला गंज मिर्ज़ापूर
श्री रवि वर्मा जी वाराणशी
श्री राजकुमार वर्मा जी हलिया मिर्ज़ापुर
श्री अरविन्द पूर्व प्रधान जी इलाहाबाद
श्री सुरेंद्र. कुमार पूर्व प्रधान जी भदोही
श्री अनरुद्ध वर्मा हलिया मिजापुर
श्री देवी प्रसाद जी कोरांव
श्री धर्मेंद्र कुमार  मेजा इलाहाबाद
श्री माधुरी वर्मा जी वाराणसी
श्री रेखा देवी हालिया मिर्ज़ापुर
श्री मति सुनीता देवी कोरांव
 आदि -------


 

दलित आंदोलन को मजबूत करने वाले समाज के युवा सितारे !!

1- श्री बाबूलाल धरकार जी मिर्ज़ापुर -देश के दलित आंदोलन को मजबूत कर रहे है !!

2-श्री इस्वरचन्द्र प्रियदर्शी कुशी नगर उत्तर प्रदेश देश की दलित आंदोलन में जान फूकने वाले समाज के सबसे तेज युवा !!

3-  सुनील कुमार उरुवा मेजा इलाहाबाद -  दलित की आवाज को बुलंदगी से उठा रहे है !!











                          विवेक कारूष                                  चंद्रपुर , महाराष्ट्र


इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

धरकार समाज के वो सितारे जिन्हें दुनिया जानती है।

धरकार समाज एक प्राचीन व प्रतिष्ठित समाज मे से एक है।  अल्पसंख्यक होने के साथ साथ अज्ञानता के  कारण इसका इतिहास खो गया है। आइये जानते है समाज के कुछ ऐसे सितारों के बारे में जिन्हें दुनिया जानती है। 1) श्रीमती यसोदा देवी :      ✔ प्रथम महिला विधायिका उत्तर प्रदेश ।      ✔ 1950 -1967 तक 3 बार बांसगांव , गोरखपुर से विधायक रही।     ✔ समाज को उच्च शिक्षित करने में सदा प्रयासत रही। 2 )  विधायक  श्री दीनानाथ सेवक जी :     ✔ उद्योग मंत्री,     ✔ समाज कल्याण मंत्री,     ✔ भण्डारगार निगम लिमिटेड तथा उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष,     ✔ विधान सभा एवं विधान परिषद अध्यक्ष।    3) विधायक श्री पतिराज जी :     ✔ 1991 में सरायमीर, आज़मगढ़ से विधायक रहे। 4) स्वतत्रता सैनानी बाबूलाल वर्मा :     ✔  एक महान स्वतंत्रता सैनानी जिनके नाम पर हृषिकेश में आज भी एक सड़क है। 5) स्वतंत्रता सेनानी सीतार...

धरकार समाज का इतिहास

Dharkar Caste Home The word Dharkar comes from the Hindi words “dhar” meaning rope and “kar” meaning manufacturer, denoting their occupation which was making crackers for celebration in festivals, Bamboo Baskets and field work in Agriculture. The Dharkar are found mainly in Gorakhpur ,Basti, Gonda ,lucknow, Deoria , Banras, Azamgarh, Gazipur, Balia,Mau, Allahabad Districts and other parts of India Like Bihar, MadhyaPradesh, Maharashtra, West Bangal, Gujarat  and Uttrakhand. The Dharkar speaks Hindi, Awadhi, Bhojpuri. PresentCircumstances:  Dharkar Community mostly found in Uttar Pradesh , In other State due to minority Dharkar included in other castes category . Dharkar Caste is divided in three categories 1st that only work Farm land 2nd in making of Fire Crackers use in festivals and 3rd make artwork and articles making like basket etc from Bamboo & Bet for Religious and Puja use. Bamboo article work makes other caste also but real Dharkar i...

शिक्षा का अधिकार ( निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा )

  RTE 2009 -शिक्षा का अधिकार ( निशुल्क और अनिवार्य शिक्षा )        शिक्षा के बिना समाज का विकास संभव नहीं है और समाज को शिक्षित करने की जिम्मेदारी समाज की ही है।  शिक्षा  मनुष्य का एक अंग है  और इसके  बिना जीवन अधूरा है। इससे व्यक्ति का मानसिक, शारीरिक, सामाजिक , नैतिक और बौद्धिक विकास होता है।         सरकार के प्रयासों से आजादी के बाद हमारा शैक्षणिक स्तर व शिक्षा के प्रति लोगो की जागरूकता बहुत बढ़ गई है ।  जहाँ 1947 में हमारे देश की साक्षरता दर 12% थी ।  वह आज 74% पर है।  किंतु गुणवत्ता व लक्ष्य से अब भी हम बहुत दूर है।         2010-11 के एक सर्वे रिपोर्ट यह बात सामने आई कि 79% सरकारी स्कूल है 21 % प्राइवेट । दोनो के शिक्षा स्तर की बात की जाए तो जमीन आसमान का अंतर है। यही अंतर  आज हर अभिभावक को  अपने बाच्चो को प्राइवेट स्कूल में भेजना चाहता है। किंतु जिस तरह मनमानी तरीके से इसका व्यबसायिक करन तेजी से बढ़ रहा है दूसरी तरफ स्तर घट । दोनो पर लगाम लगाने , शिक्षण ग...